बिहार बंद: वोटर लिस्ट से नाम काटने के विरोध में महागठबंधन का सड़कों पर प्रदर्शन

 SACH TAK PUBLIC NEWS
0


📰 बिहार बंद: वोटर लिस्ट से नाम काटने के विरोध में महागठबंधन का सड़कों पर प्रदर्शन
🔹 तेजस्वी यादव के नेतृत्व में मुसहर, भुइयां, शोषित-वंचित समाज की बड़ी भागीदारी, उदय मांझी की निर्णायक भूमिका

📍 पटना, 09 जुलाई 2025:

रिपोर्टर : सच तक पब्लिक न्यूज रंजीत प्रजापति

वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने और लोकतंत्र पर कथित हमलों के विरोध में महागठबंधन के आह्वान पर आज बिहार बंद का व्यापक असर देखने को मिला। इस बंद का नेतृत्व महागठबंधन के नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव और कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी के द्वारा किया गया, जिसमें राज्यभर में सड़क जाम, बाजार बंद और विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए।

इस आंदोलन को खासतौर पर मुसहर, भुइयां, शोषित, वंचित, पिछड़ा, अति पिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज से जबरदस्त समर्थन मिला। आंदोलन की ज़मीनी रूपरेखा को मज़बूती दी जन अधिकार जागृति चिंतन अभियान के संस्थापक व राजद के पूर्व विधायक श्री उदय मांझी ने, जिन्होंने चार दिन पूर्व से ही हर जिले में कार्यकर्ताओं को संगठित किया और चप्पे-चप्पे पर बंद को सफल बनाने का आह्वान किया।

🔹 'संविधान बचाओ, वोट का अधिकार बचाओ' – तेजस्वी यादव

राजद नेता तेजस्वी यादव ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा:

"आज का बिहार बंद संविधान, लोकतंत्र और आम गरीब नागरिक के अधिकारों की रक्षा के लिए है। वोटर लिस्ट से नाम काटना लोकतंत्र की हत्या है।"

🔹 ‘काला कानून वापस लो’ – उदय मांझी

राजद के पूर्व विधायक उदय मांझी ने आंदोलन की धार को और तेज करते हुए कहा:

"चुनाव आयोग, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा लाया गया यह कथित ‘काला कानून’ हमारे मौलिक अधिकारों पर हमला है। वोट देने का अधिकार किसी से छीना नहीं जा सकता। यह कानून NRC जैसी साजिश का हिस्सा है, जिसके तहत आगे चलकर राशन कार्ड, पेंशन, जॉब कार्ड, और नागरिकता पर सवाल खड़े किए जाएंगे। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।"

उदय मांझी ने आगे कहा कि—

"बिहार लोकतंत्र की जननी है, यह संघर्षों की भूमि है। हम संघर्ष करेंगे और संविधान बचाकर रहेंगे। अगर यह कानून वापस नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज होगा।"

🔹 हज़ारों लोगों की भागीदारी, सड़कों पर दिखी एकता

इस आंदोलन में फुलवारी विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी रही। प्रमुख कार्यकर्ताओं में मो. आशिफ इकबाल उर्फ लड्डू जी, मो. सोनू, इंजीनियर शाहनवाज़ अहमद, इंजीनियर शाकिब, हरिनारायण यादव, डब्लू मांझी, रमेश मांझी, अर्जुन मांझी, और अन्य नेता जैसे बिनोद मांझी (राजद जिला सचिव - गया), अजय मांझी, महेंद्र मांझी, जितेंद्र मांझी, सुधीर मांझी आदि शामिल रहे।

राजद, कांग्रेस और महागठबंधन के शीर्ष नेताओं—राजमाता राबड़ी देवी, डॉ मीसा भारती, श्री संजय यादव, श्री लालू प्रसाद यादव—के संघर्षों को याद करते हुए श्री उदय मांझी ने कहा कि:

"इन्हीं नेताओं ने हमेशा गरीब, दलित, महिला, मजदूर और पिछड़े समाज के लिए संघर्ष किया है। अब वक्त है कि वोट से जवाब दें और तेजस्वी सरकार बनाएं।"


📌 बिहार बंद के प्रमुख मुद्दे:

  • वोटर लिस्ट से गरीबों, अल्पसंख्यकों और दलितों के नाम काटना
  • संविधान और लोकतंत्र पर कथित हमले
  • NRC जैसे काले कानून की वापसी की मांग
  • मुसहर, भुइयां, दलित, शोषित, वंचित वर्गों का अधिकार सुनिश्चित करना

🗣️ संदेश:
"हम संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, यह सिर्फ बिहार का नहीं, पूरे देश का सवाल है। हर नागरिक को वोट देने का अधिकार है, और हम इसे किसी हाल में छिनने नहीं देंगे। संघर्ष जारी रहेगा!"

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top