📰 “आजादी बचाओ, संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ” संकल्प मार्च — मसौढ़ी सहित पूरे पटना जिले में निकाली गई रैली, सभा में गूंजा मताधिकार का सवाल
📍 मसौढ़ी, पटना | 15 अगस्त 2025
रिपोर्टर:-सच तक पब्लिक न्यूज़ रंजीत प्रजापति
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पटना /मसौढ़ी:स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भाकपा-माले के राज्यव्यापी आह्वान पर मसौढ़ी अनुमंडल सहित पूरे पटना जिले में “आजादी बचाओ, संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ संकल्प मार्च” निकाला गया। मसौढ़ी, धनरूआ और पुनपुन प्रखंडों में हजारों लोगों ने मार्च में भाग लिया और सभा आयोजित कर मताधिकार की रक्षा के लिए आंदोलन तेज करने का संकल्प लिया।
📢 मताधिकार से वंचित करना लोकतंत्र की हत्या
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बिहार में 65 लाख मतदाताओं के नाम बिना सूचना दिए मतदाता सूची से काट देना लोकतंत्र की हत्या है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद चुनाव आयोग ने अब तक पारदर्शिता नहीं बरती है। नेताओं ने मांग की कि आयोग मृत, विस्थापित और आधार सत्यापन की त्रुटियों को तुरंत ठीक करे तथा सभी काटे गए नाम सार्वजनिक करे।
🗓️ वोटर अधिकार यात्रा की घोषणा
सभा में भाकपा-माले नेताओं ने ऐलान किया कि 17 अगस्त से 1 सितंबर तक राज्यव्यापी “वोटर अधिकार यात्रा” निकाली जाएगी। यात्रा की शुरुआत सासाराम से होगी और समापन 1 सितंबर को पटना गांधी मैदान में विशाल जनजुटान के साथ किया जाएगा।
👥 मार्च और सभाओं में भारी भागीदारी
- मसौढ़ी में मार्च की अगुवाई प्रखंड सचिव राकेश कुमार ने की।
- धनरूआ में नेतृत्व अक्लु पासवान ने किया।
- पुनपुन में कामरेड मोहन ने अगुवाई की।
इसके अलावा पालीगंज, दुल्हिन बाजार, विक्रम, बिहटा, मनेर, फुलवारी, नौबतपुर, संपतचक, फतुहा, दनियावां, बेलछी, बाढ़ और मोकामा में भी झंडोतोलन और संकल्प मार्च आयोजित किए गए।
🚩 मार्च का स्वरूप और नारों की गूंज
पुनपुन में मार्च मनोरा गुमटी से शुरू होकर बाजार और मुख्य चौक से होते हुए ब्लॉक चौराहे पर सभा में तब्दील हुआ। मार्च में इंकलाबी नौजवान सभा के जिला सचिव और माले कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या शामिल रही। “मताधिकार हमारा अधिकार”, “लोकतंत्र बचाओ”, “संविधान की रक्षा करो” जैसे नारे पूरे मार्ग में गूंजते रहे।
🕊️ शहीदों को नमन, लोकतंत्र बचाने का संकल्प
सभी सभाओं में आजादी के शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। नेताओं और जनता ने मिलकर संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए लगातार संघर्ष करने की प्रतिबद्धता दोहराई।


