यूके-भारत मुक्त व्यापार समझौता “ऐतिहासिक अवसर”: स्कॉटिश नेता ध्रुव कुमार
ब्रेक्जिट के बाद यूके का सबसे बड़ा व्यापारिक करार, स्कॉटलैंड को मिलेगा रणनीतिक लाभ
📍 ग्लासगो, 27 जुलाई 2025 —
🖊 रिपोर्ट: सच तक पब्लिक न्यूज रंजीत प्रजापति
ब्रिटेन और भारत के बीच हाल ही में सम्पन्न हुए मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को लेकर स्कॉटलैंड में राजनीतिक और आर्थिक हलचल तेज हो गई है। अल्बा पार्टी के ग्लासगो डिप्टी कन्वीनर एवं प्रख्यात राजनेता प्रो. ध्रुव कुमार ने इस करार को "हिमालय से हाइलैंड्स तक साझा समृद्धि की नींव" बताते हुए इसे दोनों देशों के लिए आर्थिक क्रांति का द्वार कहा है।
🟠 ब्रेक्जिट के बाद यूके की सबसे बड़ी आर्थिक पहल
यह समझौता, ब्रेक्जिट के बाद यूनाइटेड किंगडम का सबसे बड़ा व्यापारिक करार माना जा रहा है और भारत द्वारा किसी भी एकल देश को दी गई सबसे व्यापक रियायतों में शामिल है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीयर स्टारमर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
🟢 प्रमुख आर्थिक लाभ
इस FTA के तहत:
- यूके की वार्षिक जीडीपी में 4.8 अरब पाउंड की वृद्धि की संभावना।
- मजदूरी में 2.2 अरब पाउंड की बढ़ोत्तरी।
- द्विपक्षीय व्यापार में 25.5 अरब पाउंड की वृद्धि, जो वर्तमान में लगभग 55 अरब डॉलर पर है।
- भारत के 1.4 अरब उपभोक्ताओं तक यूके की कंपनियों की आसान पहुँच।
🗣 ध्रुव कुमार का वक्तव्य:
"यह समझौता हिमालय से हाइलैंड्स तक नवाचार एवं रोजगार के द्वार खोलता है। स्कॉटलैंड की सफलता पूरे यूके-भारत गलियारे को मजबूत करेगी।"
उन्होंने आगे कहा कि यह करार महज़ व्यापार नहीं, बल्कि भविष्य की साझेदारी का आधार है।
🟤 स्कॉटलैंड को मिलेगा विशेष लाभ
यह समझौता विशेष रूप से स्कॉटलैंड के प्रमुख क्षेत्रों को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में बढ़त दिलाएगा:
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व्हिस्की और समुद्री उत्पाद:
- स्कॉच व्हिस्की पर शुल्क 150% से घटाकर 75% किया गया।
- साल्मन मछली पर 33% आयात शुल्क पूर्णतः समाप्त।
- सैल्मन स्कॉटलैंड के सीईओ टैविश स्कॉट ने कहा, “अब स्कॉटिश साल्मन भारत के 12 मिलियन टन के मछली बाजार में प्रवेश करेगा।”
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हरित ऊर्जा और तकनीक:
- स्कॉटिश कंपनियाँ भारत के 38 अरब पाउंड के सार्वजनिक खरीद बाजार तक पहुँच सकेंगी।
- पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा एवं कार्बन मुक्त तकनीक में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ेगा।
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शिक्षा एवं नवाचार:
- यूके में अध्ययनरत 55,000 भारतीय छात्रों को फिनटेक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे क्षेत्रों में नए अवसर मिलेंगे।
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ड्यूटी रियायतें दोनों पक्षों को:
- यूके से भारत निर्यात होने वाली मशीनरी, वस्त्र, चिकित्सा उपकरणों पर 90% शुल्क समाप्त।
- भारत से यूके भेजे जाने वाले वस्त्र, इंजीनियरिंग उत्पाद और जूते 99% ड्यूटी-फ्री होंगे।
🟩 समझौते की प्रमुख विशेषताएं:
- दोहरे करारोपण से छूट: अस्थायी कर्मचारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा सुविधाएं।
- हरित प्रतिबद्धता: जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण नियंत्रण एवं समुद्री पारिस्थितिकी की सुरक्षा।
- MSME सहयोग: लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए डिजिटल व्यापार और सीमा शुल्क सहयोग।
🟣 राजनीतिक महत्व और भविष्य की राह
प्रो. ध्रुव कुमार ने इस समझौते को यूके-भारत संबंधों में नया अध्याय बताया और कहा:
"2028 तक जब भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, तो स्कॉटलैंड उसका अहम भागीदार होगा। आज हमने 300 वर्षों के साझा इतिहास में एक स्वर्णिम पन्ना जोड़ा है।"