दलित बेटी से मिले आयोग सदस्य रूबेल रविदास, अररिया में स्कूल और जेल का देर रात तक किया निरीक्षण

 SACH TAK PUBLIC NEWS
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📍 पटना/मुजफ्फरपुर/अररिया | 1 अगस्त 2025 

रिपोर्टर:सच तक पब्लिक न्यूज़ रंजीत प्रजापति

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अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य श्री रूबेल रविदास ने आज एक दिवसीय दौरे पर पटना से मुजफ्फरपुर होते हुए अररिया तक कई महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण किया। उनका यह दौरा न केवल प्रशासनिक था, बल्कि मानवीय संवेदनाओं से भी भरपूर रहा।


🚨 मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग पीड़िता से मुलाकात

दौरे की शुरुआत में मुजफ्फरपुर ग्रामीण क्षेत्र में एक 15 वर्षीय दलित लड़की के साथ हुए जघन्य अपराध पर संज्ञान लेते हुए श्री रविदास ने अस्पताल में पीड़िता से मुलाकात की। लड़की के साथ न केवल बलात्कार किया गया, बल्कि रोड से उसके सिर पर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया गया था। हमले में माथे की हड्डी टूटकर मस्तिष्क में प्रवेश कर गई है, जिससे उसकी स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है।
श्री रविदास ने डॉक्टरों से विस्तृत जानकारी ली और बेहतर इलाज का आश्वासन देते हुए पीड़िता के परिवार को हर संभव सहायता का भरोसा दिया।


🏫 अररिया में रात्रि निरीक्षण: विद्यालयों में जाकर जाना छात्रों का हाल

मुजफ्फरपुर से आगे बढ़ते हुए श्री रविदास रात्रि 8:00 बजे अररिया के एक आवासीय विद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने बच्चों की स्थिति, उनके रहने-सहने, पढ़ाई और शिक्षकों की उपस्थिति का निरीक्षण किया। देर रात तक चले निरीक्षण में उन्होंने छात्रों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानी और प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।


🏛️ अररिया सर्किट हाउस और जेल निरीक्षण

विद्यालय के बाद श्री रविदास अररिया सर्किट हाउस पहुंचे, जहां जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा उनका स्वागत किया गया। इसके बाद वे  2 अगस्त 2025 को अररिया जिला कारा (जेल) पहुंचे, जहां आयोग सदस्य श्री संजय राम भी उनके साथ मौजूद रहे। दोनों अधिकारियों ने पुरुष एवं महिला कैदियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं।


निरीक्षण के दौरान
जेल अधीक्षक, कारा प्रशासन व रसोई व्यवस्था को भी परखा गया, जिसमें स्वच्छता, भोजन की गुणवत्ता और कैदियों की स्थिति को संतोषजनक पाया गया। जेल प्रशासन द्वारा श्री रविदास को गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया गया।

यह दौरा न केवल प्रशासनिक सतर्कता का प्रतीक रहा, बल्कि यह भी सिद्ध करता है कि संवेदनशील मामलों पर सरकार और आयोग की पैनी नजर बनी हुई है। श्री रविदास की सक्रियता दलित समाज को सुरक्षा और सम्मान देने की दिशा में एक सशक्त संदेश है


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