उज्जवल यादव का भावनात्मक बयान – “मेरी निष्ठा और समर्पण का परिणाम एक कार्यकर्ता की हत्या के समान”
संवाददाता:-सच तक पब्लिक न्यूज़ रंजीत प्रजापति
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बिक्रम/पटना:राजनीति में समर्पण और संघर्ष की मिसाल रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश महासचिव उज्जवल यादव ने एक भावनात्मक बयान जारी करते हुए पार्टी नेतृत्व पर गहरी पीड़ा व्यक्त की है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले 15 वर्षों से पार्टी को अपना सब कुछ दिया — परिवार, संपत्ति, समय और मेहनत, लेकिन आज उन्हें उस समर्पण का परिणाम “एक कार्यकर्ता की हत्या के समान” मिल रहा है।
उज्जवल यादव ने कहा,“मैं आपका भाई, आपका बेटा और आपका साथी हूँ। आज बहुत दुःख और पीड़ा के साथ आप सबके सामने आया हूँ। मैंने राजद को कमजोर दौर में भी नहीं छोड़ा। जब लालू जी जेल में थे, तब भी मैं गाँव-गाँव जाकर झंडा उठाकर पार्टी को जिंदा रखा। लेकिन आज उन्हीं लोगों को टिकट मिल रहा है जिन्होंने कभी पार्टी का झंडा तक नहीं उठाया।”उन्होंने बताया कि आर्थिक तंगी की स्थिति यह है कि वे पिछले छह महीने से अपने बच्चों की स्कूल फीस तक नहीं भर पा रहे हैं। “मेरे बूढ़े माँ-बाप, मेरी पत्नी और मेरे बच्चे सब रो रहे हैं, क्योंकि उन्होंने विश्वास किया था कि पार्टी मेरे संघर्ष का सम्मान करेगी,” उन्होंने कहा।राजद नेता ने यह भी सवाल उठाया कि आखिर किस आधार पर ऐसे लोगों को टिकट दिया जा रहा है जो बार-बार पार्टी बदलते रहे हैं।“क्या यही न्याय है? क्या यही संघर्ष का प्रतिफल है? जो व्यक्ति बार-बार पार्टी बदलता रहा, वही आज राजद का उम्मीदवार बना दिया गया। क्या ऐसे लोग पार्टी और जनता के साथ न्याय करेंगे?”
अंत में उन्होंने कहा कि अब जनता ही फैसला करेगी।“मेरी मेहनत, मेरी आस्था, और मेरा विश्वास — सब कुछ कुचल दिया गया है। अब जनता ही न्याय करेगी।”इस भावनात्मक बयान के बाद क्षेत्रीय राजनीति में हलचल मच गई है। राजद के कई कार्यकर्ता भी इस निर्णय से असंतुष्ट दिखाई दे रहे हैं और उज्जवल यादव के समर्थन में सोशल मीडिया पर आवाज़ उठा रहे हैं।

